सीएस की दौड़ में राजेश राजौरा सबसे आगे, वीरा राणा जाएंगी राज्य निर्वाचन आयोग
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 29 जून। मध्यप्रदेश की नौकरशाही का नया मुखिया कौन होगा। सेवा विस्तार पर चल रहीं चीफ सेकेट्री वीरा राणा का उत्तराधिकारी किसे बनाया जाएगा..यह सवाल लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद से ही प्रदेश की सत्ता और सियासत के गलियारों में गूंज रहा है। प्रशसनिक अमले को लेकर सरकार जिस दिन भी कोई बड़ा कदम उठाती है, उस दिन यह सवाल गर्मा उठता है। इसके बाद भी सरकार ने अभी तक स्पष्ट नही किया है कि वीरा राणा का सेवा विस्तार बढ़ेगा या सरकार नया सीएस लाएगी। राजेश राजौरा सीएस की दौड़ में सबसे आगे हैं और वीरा राणा की सेवानिवृत्ति के बाद राज्य आयोग में पुनर्वास की संभावना है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव चुनावी व्यस्तताओं से मुक्त होने के बाद प्रशासनिक अमले की फुल सर्जरी करने के मूड में है। सीएम सचिवालय ने कई बार इसके बारे में संकेत दिए लेकिन अभी तक सरकार कुछ भी तय नहीं कर पाई है। भाजपा की शिवराज सरकार के आखरी दौर में सीनियर आईएएस श्रीमती वीरा राणा को चीफ सेकेट्री नियुक्त किया गया था। उनकी सेवा निवृत्ति इसी साल मार्च में थी, लेकिन लोकसभा चुनाव की तैयारियों और अन्य प्रशासनिक जरूरतों को देखते हुए नए मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने वीरा राणा का 6 माह के लिए एक्सटेंशन करा लिया। इसके चलते अब वे सितंबर के अंत में सेवा निवृत्त होंगी। उनको एक बार और सेवा विस्तार का लाभ देने के मूड में सरकार नही दिखाई दे रही है। इसलिए नए मुख्य सचिव की तलाश चल रही है। इस समय दौड़ में सबसे आगे राजेश राजौरा हैं। प्रदेश में आईएएस अफसरों की वरिष्ठता सूची पर नजर डालें तो पता चलता है कि पांच आईएएस अधिकारी ऐसे हैं, जो वीरा राणा से जूनियर हैं, लेकिन राजेश राजोरा से वरिष्ठ हैं। इनमें अनुराग जैन, मोहम्मद सुलेमान, आशीष उपाध्याय, विनोद कुमार और जय नारायण कंसोटिया। लेकिन, ये सभी पांच आईएएस अधिकारी 2025 तक सेवानिवृत्त हो जाएंगे, जबकि राजोरा 2027 तक सेवा में रहेंगे। प्रशासन में स्थिरता के लिए सीएस की नियुक्ति में इस कारण पर विचार किया जा रहा है। यही कारण है कि राजेश राजौरा को सीएस बनाए जाने की संभावना अधिक है।
हाल ही में सीएम ने प्रशास निक सर्जरी की तो राजेश राजौरा को सीएम सचिवालय में पदस्थ कर दिया गया। आम तौर पर सीएम सचिवालय में एसीएस स्तर के बड़े अधिकारी तैनात नहीं किए जाते हैं। पीएस स्तर के अधिकारी ही सीएम सचिवालय संभालते हैं। लेकिन एसीएस राजेश राजौरा की पोस्टिंग सीएम सचिवालय में की गई है, वह भी तब जब पीएस स्तर के तीन अधिकारी सीएम सचिवालय में तैनात हैं। यह इस बात का संकेत माना जा रहा है कि राजौरा को अगला सीएस बनाया जा रहा है। सीएम सचिवालय में रहकर वे प्रशासनिक नियंत्रण और अफसरों से समन्वय दोनों समझ लेंगे। हाल ही मे जब राजौरा से सीनियर अफसर जे एन कंसोटिया को मंत्रालय से बाहर पोस्टिंग दी गई तो उनके सीएस बनने की संभावना और बढ़ गई, लेकिन दूसरे वरिष्ठ दावेदार मोहम्मद सुलेमान के अभी भी मंत्रालय में पदस्थ रहने से चर्चा गर्मा रही हैं। अब माना जा रहा है कि सरकार वीरा राणा को सितंबर में सेवानिवृत्त होते ही राज्य निर्वाचन आयोग का आयुक्त बना देगी और उनकी जगह राजौरा नए सीएस हो जाएंगे। राज्य निर्वाचन आयोग के आय़ुक्त बीपी सिंह का कार्यकाल तीस जून को समाप्त होने के पहले उनकी सेवा वृद्धि के आदेश को इसी कड़ी में लिया गया फैसला माना जा रहा है।